अनामिका भारती।लोहरदगा: मारवाड़ी समाज की महिलाओं के द्वारा अपने पारंपरिक राजस्थानी वेशभूषा के साथ गणगौर महोत्सव धूमधाम से मनाया गया,और एक दूसरों को गुलाल लगाकर एवं अपनी लोकगीत गीत गाते हुए


ठाकुरबाड़ी तलाब गुदरी बाजार लोहरदगा में गणगौर जी की प्रतिमा को विसर्जन किया गया।यह गणगौर पर्व होली के दूसरे दिन से अपने घरों पर कुंवारी लड़कियां अपने अच्छे मनचाहे वर की कामना को लेकर और नवविवाहिता

अपने पति की लंबी आयु की कामना को लेकर अपने मायके में पहला गणगौर की पूजा अर्चना करती है,जो कि 18″अट्ठारह” दिनों तक चलती है,

और उसके उपरांत मारवाड़ी महिलाओं के द्वारा अपने पारंपरिक तरीकों से धूमधाम से विसर्जन किया जाता है।

यह उत्सव लगातार राजस्थान में 18 दिनों तक धूमधाम से मनाया जाता है। समाज की महिलाओं के द्वारा काफी सुंदर एवं मनमोहक रूप से गणगौर जी के प्रतिमा को सजाया गया था,

पारंपरिक महागणगौर महोत्सव पर लोहरदगा जिला मारवाड़ी सम्मेलन के अध्यक्ष दीपक सर्राफ ने सभी को बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

गणगौर जी की विसर्जन पर,ममता बंका,अनीता पोद्दार,अंजली सर्राफ,दीपा पोद्दार,मंजू पोद्दार,नेहा अग्रवाल,अंकिता बंका,प्राची केडिया,नीलू शर्मा,रखिया पोद्दार,रितु शर्मा,मीना बंका,निधि बंका,सीमा केडिया,मीनू सिन्हा,रेखा बंका,रश्मि अग्रवाल,संगीता मित्तल,रिशु पोद्दार,कृष्णा केडिया,अंकिता बंका,अंजू सर्राफ,रितु शर्मा,दीप्ति शर्मा,रेनू सराफ,प्रीति बांका,मैगी पोद्दार आदि शामिल थी।
