अनामिका भारती।लोहरदगा : लोहरदगा आदिवासी कर्मचारी समिति के तत्वाधान में नया टाउन हॉल में सरहुल पूर्व संध्या कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

मौके पर अध्यक्ष किशोर उरांव और सचिव बिनोद उरांव एवं समिति द्वारा अतिथियों का स्वागत सरई फूल और अंग वस्त्र देकर किया गया।
मौके पर उपायुक्त डॉ.वाघमारे प्रसाद कृष्ण ने कहा की भारत की अमूल्य धरोहर आदिवासी संस्कृति है, प्रकृति को साथ लेकर अपने जीवन को समृद्ध कर सकते हैं,

खेती किसानी और विकास आने वाली पीढ़ी का भविष्य प्रकृति से ही हो सकता है, उन्होंने कहा की जब विश्व में महामारी का प्रकोप आया था तो धनवानों का धन दौलत धरा का धरा रह गया था।

लेकिन प्रकृति की दवा ऑक्सीजन ही मुफ्त में जीवन बचाने का कार्य किया था | झारखण्ड की संस्कृतिक कला नृत्य है जो आदिवासी की संस्कृति में रचे बसें है, आदिवासी जब भी कोई पर्व त्यौहार बनाते है तो गीतों और नृत्य के साथ मनाते है उनके जीवन का लक्ष्य लय होता है जैसे दिल की धड़कन भी संगीत है उसी प्रकार आदिवासी की जीवन का सार ही नृत्य और संगीत है जो कर्णप्रिय होता है |

इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक हारिस बीन जमाँ ने कहा की आदिवासी अनुशासित होकर स्टेप के बाद स्टेप नृत्य करते है उसी प्रकार जीवन भी स्टेप बाय स्टेप आगे बढ़ता है, उन्होंने कहा की आदिवासी पर्व त्यौहार में पुलिस प्रशासन की आवश्यकता नहीं होती है चुंकि इनका जुलुस या कार्यक्रम अनुशासित होता है,आदिवासी पर्यावरण के पुजारी है कल्चर ही नेचर होता है | इस अवसर पर उपविकास आयुक्त दिलीप प्रताप सिंह शेखावत ने कहा की आदिवासी संस्कृति विश्व की सबसे समृद्ध, विकसित और प्रगतिशील संस्कृति है। जहाँ ऊंच नीच का कोई भेदभाव नहीं होता है। गरीब अमीर में कोई अंतर नहीं होता है। सभी एक मंच पर एक साथ हाथ से हाथ जोड़ कर नृत्य करते है यही उच्च विचार हम सबको सिखने की जरुरत है | इस मौके पर जिप अध्यक्ष रीना कुमारी भगत ने कहा कि आदिवासी समाज प्रकृति के रक्षक एवं पूजक है।हमारी संस्कृति सभी को मिलाकर चलने की है।

कार्यक्रम में आई टी निदेशक सुषमा नीलम सोरेंग द्वारा सभी प्रखंड के समूहों को उपहार देकर सम्मानित किया गया | इस अवसर पर कई समूहों द्वारा ढ़ोल नागाड़े के साथ नृत्य किया गया। बी एस कॉलेज की टीम के साथ डीसी एसपी और डीडीसी ने स्वयं उनके साथ हाथ से हाथ जोड़ कर ढ़ोल नगाड़ा बजा कर झूमें और आदिवासी संस्कृति में सरोबार हुए |

कार्यक्रम का संचालन किशोर उरांव द्वारा किया गया। कार्यक्रम में जिप सदस्य सेन्हा एवं किस्को ,सत्यदेव भगत,अभिषेक एक्का,अरविन्द उरांव,धनंजय भगत,सीताराम उरांव, विफई भगत,अंजू कुजूर,सुधीर उरांव ,अजय उरांव,राजकुमारी देवी आदि उपस्थित थे |