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Homeमनोरंजनजीटीपीएस में ' सैंया भए कोतवाल ' नाटक का हुआ भव्य मंचन।

जीटीपीएस में ‘ सैंया भए कोतवाल ‘ नाटक का हुआ भव्य मंचन।

नाट्य कला में हमारी सभ्यता, संस्कृति और कई विधाओं की कलात्मक-शैली का अद्भुत समावेश देखने को मिलता है:उपायुक्त

ऐसे कार्यक्रम विलुप्त हो रही विद्या, कला-कौशल और विभिन्न शैलियों को जीवन्तता प्रदान करते हैं:पुलिस अधीक्षक।

आने वाली पीढ़ी को हमारे देश की सभ्यता, संस्कृति एवं शैलियों के बारे में जागरूक करने का माध्यम है ये कार्यक्रम:उपविकास आयुक्त।

अनामिका भारती।लोहरदगा:ग्रेटर त्रिवेणी पब्लिक स्कूल लोहरदगा में होली की पूर्व संध्या पर एक्स्पोज़र ग्रुप द्वारा बसंत सबनीस कृत ‘सैंया भए कोतवाल’ नाटक का संजय कुमार लाल के निर्देशन में भव्य मंचन किया गया, जिसे देखकर उपस्थित दर्शक मंत्र- मुग्ध हो गए। गणेश वंदना के साथ शुरू इस कार्यक्रम में नाट्य-शैली का अद्भुत रोमांचकारी प्रदर्शन देखने को मिला।

कार्यक्रम बतौर मुख्य अतिथि जिले के उपायुक्त बाघमारे प्रसाद कृष्ण ने कहा कि इस नाटक के सभी कलाकारों का अभिनय और निर्देशक- कौशल की जितनी तारीफ की जाए यह कम है। उन्होंने कहा कि लोहरदगा जैसे छोटे जिले में इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन होना यहां के लोगों के लिए गर्व की बात है।

उपायुक्त बाघमारे प्रसाद कृष्ण ने कहा कि नाटक में हमारी सभ्यता, संस्कृति और कई विधाओं की कलात्मक-शैली का अद्भुत समावेश देखने को मिलता है। अतः मैं कार्यक्रम आयोजित करने वाले ग्रेटर त्रिवेणी पब्लिक स्कूल परिवार एवं विद्यालय के डायरेक्टर प्रवीण कुमार सिंह को हृदय से साधुवाद देता हूं।

मुझे उम्मीद है कि भविष्य में भी इस प्रकार के कार्यक्रम इस विद्यालय परिसर में आयोजित किए जाते रहेंगे और यहां के लोगों को एक से बढ़कर एक अविस्मरणीय प्रस्तुति देखने को मिलता रहेगा।

विशिष्ट तिथि के रूप में उपस्थित जिले के पुलिस कप्तान हारिस बिन जमां ने कहा कि नाटक का शीर्षक ही मुझे इस कार्यक्रम में खींचकर ले आया । उन्होंने शायराना अंदाज में कहा कि नाटक का नाम है- ‘ सैयां भए कोतवाल ‘ और जहां कोतवाल का इतना शानदार अभिनय हो रहा हो वहां जिले के पुलिस कप्तान को आना लाजमी बनता है।

उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम विलुप्त हो रही विद्या, कला-कौशल और विभिन्न शैलियों को जीवन्तता प्रदान कर समाज में जागरूकता लाकर आपसी भाईचारा एवं सौहार्द कायम रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

विशिष्ट अतिथि उप विकास आयुक्त दिलीप प्रसाद सिंह शेखावत ने कहा कि मैं कार्यक्रम देखकर कह सकता हूं कि यहां के लोग शिक्षा के साथ-साथ कला प्रेमी भी हैं। इस तरह के कार्यक्रम आने वाली पीढ़ी के लिए हमारे देश की विभिन्न सभ्यता, संस्कृति एवं शैलियों के बारे में सीख देने का काम करते हैं।

उन्होंने कहा कि इसी तरह के आयोजनों से झारखंड में लोहरदगा जैसे छोटे जिले की अमिट पहचान बनी है और मैं उम्मीद करता हूं कि यहां जो भी समाज के गणमान्य पुरोधा लोग बैठे हैं वे आने वाली पीढ़ी को मार्गदर्शन देने और दिलाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहेंगे। बिहार विधान परिषद के पूर्व सदस्य एवं विद्यालय के अध्यक्ष प्रवीण कुमार सिंह ने कहा कि विद्यालय खोलने के पीछे मेरा उद्देश्य हीं यही है

कि मैं यहां के बच्चों के लिए शिक्षा के सभी आयामों की उचित व्यवस्था करूं। जिससे उनका सर्वांगीण विकास हो और यहां के बच्चे जिला, राज्य एवं देश का नाम रौशन कर सकें। ऐसे कार्यक्रमों को आयोजित करना भी मेरी इसी सोच की एक अहम कड़ी है। मैं चाहता हूं कि ऐसे कार्यक्रमों से सीख लेकर यहां के विद्यार्थी एक सच्चे और देशभक्त नागरिक बनें। उनमें मानवता और सभ्यता के गुण विकसित हों और एक सभ्य एवं सुसंस्कृत व्यक्ति बनकर अपने भविष्य को उज्जवल बनाने में कामयाब हों।

प्रवीण कुमार सिंह ने कहा कि विद्यालय स्थापना की मात्रा 22 वर्षों में ही यहां के छात्रों ने पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद, आर्चरी और कई प्रकार के रंगमंचीय कार्यक्रमों के द्वारा जिला एवं झारखंड प्रदेश का नाम रौशन किए हैं।

कार्यक्रम में सम्मानित अतिथि के रूप में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी श्रद्धा केरकेट्टा, झारखंड प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता ओम प्रकाश सिंह,पूर्व रणजी खिलाड़ी एवं विद्यालय के मैनेजर अजातशत्रु शिक्षा निदेशिका जाह्नवी सिंह, विद्यालय के प्राचार्य एस के झा ,टाइनी टास्क विद्यालय के कोऑर्डिनेटर रघुवीर शर्मा, प्रसिद्ध चिकित्सक डॉक्टर गणेश प्रसाद ,भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष राजमोहन प्रियदर्शी, अधिवक्ता देवाशीष कार ,अशोक पोद्दार ,गोवर्धन शर्मा, भाजपा के जिला महामंत्री पशुपतिनाथ पारस,मिथुन तमेडा, ग्रेटर त्रिवेणी पब्लिक स्कूल एवं टायनी टास्क के सभी शिक्षक- शिक्षिका सहित भारी संख्या में नाटक-प्रेमी अभिभावक एवं छात्र उपस्थित थे।

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