अनामिका भारती।लोहरदगा:लोहरदगा जिला में पहले से संचालित छह मोबाइल मेडिकल यूनिट्स की सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए लोहरदगा जिला प्रशासन और द हंस फाउंडेशन के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता पर शनिवार को हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर उपायुक्त डॉ. वाघमारे प्रसाद कृष्ण, सिविल सर्जन डॉ शम्भूनाथ चौधरी,

हंस फाउंडेशन के क्षेत्रीय सीनियर मैनेजर शिशुपाल मेहता, प्रोग्राम मैनेजर सैमुअल सिंह और प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर अमित कुमार सिंह भी उपस्थित रहे।लोहरदगा जिले में संचालित ये मोबाइल मेडिकल यूनिट्स ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। इस समझौते के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि लोगों को उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएं निरंतर मिलती रहें।इस अवसर पर प्रोग्राम मैनेजर सैमुअल सिंह ने कहा, “मोबाइल मेडिकल यूनिट्स ने जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

यह साझेदारी स्वास्थ्य सुविधाओं को और सशक्त बनाएगी तथा जिले के प्रत्येक व्यक्ति तक जरूरी चिकित्सा सेवाएं पहुंचाने में सहायक होगी।”द हंस फाउंडेशन के रीजनल सीनियर मैनेजर (ईस्ट) शिशुपाल मेहता ने कहा, “द हंस फाउंडेशन का उद्देश्य देश के ग्रामीण और वंचित समुदायों को सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है।
यह समझौता इस दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है, जिससे लोगों को घर के नजदीक बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकेंगी।”इस समझौते के तहत छह मोबाइल मेडिकल यूनिट्स जिले के विभिन्न क्षेत्रों में निःशुल्क चिकित्सा परामर्श, जांच, दवा वितरण और रेफरल सेवाएं प्रदान करना जारी रखेंगी। यह पहल स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता और पहुंच को बेहतर बनाने में मददगार साबित होगी।