अनामिका भारती।लोहरदगा:झालसा, रांची के मार्गदर्शन में 1 मार्च को व्यवहार न्यायालय परिसर लोहरदगा स्थित सभाकक्ष में मोटर एक्सीडेंट क्लेम केसेस को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान कार्यशाला का उद्घाटन प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष डालसा राजकमल मिश्रा, प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय श्री सुभाष, एडीजे द्वितीय निरजा आसरी सहित अन्य ने दीप प्रज्वलित कर किया। वहीं पीडीजे सह अध्यक्ष डालसा ने कार्यशाला में उपस्थित पीएलवी से कहा कि समाचार या अन्य किसी माध्यम से किसी दुर्घटना की जानकारी होने पर वहां जाकर पीड़ित तथा पीड़ित के परिजनों से मिले। साथ ही उन्हें प्रथम सूचना रिपोर्ट संबंधित थाने में दर्ज करने की जानकारी दें। इसके अलावा क्षतिपूर्ति के बारे में बताएं। वहीं उन्होंने पुलिस पदाधिकारियों से कहा कि केस दर्ज होते ही पीठासीन पदाधिकारी को सूचित करें। उन्होंने कहा कि मृतक के आश्रितों या घायल को मुआवजा को लेकर जानकारी होनी चाहिए। जानकारी के अभाव में लोग न्यायालय नहीं आ पाते हैं।

वहीं अधिवक्ता जेपीएन सिन्हा ने कहा कि वाहन चलाते समय सावधानी बरतें। यातायात नियमों का पालन करें। वहीं अभिभावक छोटे बच्चों को वाहन चलाने नहीं दें। साथ ही बिना लाइसेंस के वाहन नहीं चलाएं। लाइसेंस नहीं होने पर दुर्घटना होने पर मुआवजा मिलने में समस्या होती है। वहीं इंश्योरेंस कंपनी भी अपना पल्ला झाड़ती है। वहीं उन्होंने दुर्घटना के दौरान पुलिस पदाधिकारी द्वारा किए जाने वाले कार्रवाई के बारे में जानकारी दी। डालसा सचिव श्री राजेश कुमार ने न्यायालय द्वारा दुर्घटना मुआवजा निर्धारण के बारे में जानकारी दी।
साथ ही एचएमभी व एलएमभी के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि नाबालिग के द्वारा किए गए दुर्घटना पर अभिभावक पर कार्रवाई की जाती है। उन्होंने कहा कि घायल को अस्पताल पहुंचाने पर पुलिस घायल को अस्पताल पहुंचाने वाले को परेशान नहीं करना है। वहीं घायल को गोल्डन आवर में अस्पताल पहुंचाने पर प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है। उन्होंने कहा कि लोगों में मोटर वाहन दुर्घटना के पश्चात कया करना चाहिए इसे लेकर जागरूकता की कमी है इसलिए लोगों के बीच जागरूकता लाने की आवश्यकता है। वहीं ओरिएंटल इंश्योरेंस के ब्रांच मैनेजर शिव प्रकाश ने कहा का वाहनों की बीमा आवश्यक है। कम से कम थर्ड पार्टी बीमा अवश्य कराएं।

वहीं उन्होंने वाहन बीमा से संबंधित कई महत्वपूर्ण बातों को बताया। मौके पर एएसआई राज कुमार, एलएडीसीएस चीफ, एलएडीसीएस अधिवक्ता, पैनल अधिवक्ता, मध्यस्थ, पुलिस पदाधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के कर्मी एवं पीएलभी उपस्थित थे।