अनामिका भारती।लोहरदगा:झालसा, रांची के निर्देशानुसार व्यवहार न्यायालय परिसर स्थित सभागार में 20/12/2024 को जिले के सभी थानों में नियुक्त जांच अधिकारियों के लिए पॉक्सो, एनडीपीसी, एमएसीटी और महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले से निपटने के लिए एक दिवसीय क्षमता निर्माण सह कानूनी जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वहीं कार्यक्रम का शुभारंभ पीडीजे सह अध्यक्ष डालसा, लोहरदगा श्री राजकमल मिश्रा,
जिला जज नीरजा असरी, डालसा सचिव राजेश कुमार, लोक अभियोजक मिनी लकड़ा, अतिरिक्त लोक अभियोजक सुमन कुमार, अधिवक्ता जेपीएन सिन्हा और अधिवक्ता विवेक कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम में पीडीजे सह डालसा अध्यक्ष ने कहा कि जांच प्रक्रिया में आपकी भूमिका अहम है। जांच प्रक्रिया को औपचारिक रूप से नहीं करें। एफआईआर कॉपी अच्छे से सावधानीपूर्वक लिखें। साथ ही साक्ष्य को अच्छे तरीके से संग्रह करें। लोक अभियोजक ने एनडीपीएस को लेकर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस मामले में शख्त कानून बने हैं। जिसमें सजा का प्रावधान है। वहीं अधिवक्ता विवेक कुमार ने पॉक्सो के रूल में पुलिस की ड्यूटी के बारे में बताया। कहा कि घटना स्थल में पहुंचने से पहले उस स्थान पर किसी को नहीं जाने दें। वहीं उन्होंने घटना स्थल पर भौतिक रूप से साक्ष्य को संग्रह करने की जानकारी दी। अधिवक्ता जेपीएन सिन्हा ने वाहन दुर्घटना से संबंधित मामले को लेकर जानकारी दी। कहा कि सड़क दुर्घटना में पुलिस की जांच काफी महत्वपूर्ण है। वहीं डालसा सचिव ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य पीड़ितों के पुनर्वास, साक्ष्य संग्रह, पॉक्सो, एनडीपीएस, एमएसीटी और महिलाओं के खिलाफ अपराध के प्रासंगिक प्रावधानों की समझ से संबंधित कानून प्रावधानों के बारे में जांच अधिकारियों के ज्ञान को बढ़ाना है। मौके पर सभी थानों के जांच अधिकारी, स्पेशल कैटगरी के पीएलवी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
