अनामिका भारती।लोहरदगा/कुडू:अविराम कॉलेज ऑफ एजुकेशन टिको कुडू में आगामी जनवरी माह में दो दिवसीय अंतराष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन वैश्विक संस्कृत मंच के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित होगा ।जिसमें देश विदेश की शिक्षा ,कला,समाज सेवा आदि के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान स्थापित करने वाली हस्तियां पधारेंगी। भारत से लालबहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्विद्यालय के कुलपति प्रो मुरली मनोहर पाठक,सरदार पटेल विश्विद्यालय आनंद गुजरात विश्विद्यालय के कुलपति प्रो निरंजन पी पटेल,पद्मश्री मधु मंसूरी,माता सुंदरी कॉलेज फॉर विमेंस(दिल्ली यूनिवर्सिटी) की प्राचार्य डॉ हरप्रीत कौर और डॉ कल्पना शर्मा,वैश्विक संस्कृत मंच के सचिव राजेश मिश्र, नव नालंदा महाविहार संस्कृति मंत्रालय में कार्यरत हैं,रांची विश्विद्यालय के भूतपूर्व छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो पी के वर्मा,सेंट जेवियर कॉलेज से डॉ एन वेंकट अप्पा राव, डॉ अचल सिन्हा और विश्व स्तरीय रचनाकार ऑस्ट्रेलिया से मृदुला,मिसेज इंडिया वर्ल्ड डॉ परीन सोमानी ब्रिटेन से,इंग्लैंड से डॉ एच लूसी (साध्वी दिव्य प्रभा)जो चंद्रमौली फाउंडेशन की इंटरनेशनल को फाउंडर सह फाउंडर योग मिशन और काशी योग हैं। चीन के क्वांगटोंग विश्विद्यालय से डॉ विवेकमणि त्रिपाठी पधारेंगे जिनके स्वागत और कार्यक्रम को लेकर व्यापक स्तर पर तैयारियां की जा रही है। सेमिनार के आयोजक मंडल में अमेरिका से सेन पाठक जो वैश्विक संस्कृत मंच के अंतराष्ट्रीय प्रेसिडेंट तथा डिपार्टमेंट ऑफ जेनेटिक्स टेक्सास यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर पद पर हैं। प्रो विश्नुपाद मोहपात्रा जो वैश्विक संस्कृत मंच के प्रेसिडेंट तथा लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्विद्यालय के प्रोफेसर पद पर है,मुख्य संरक्षक रांची विश्वियालय के कुलपति प्रो अजीत कुमार सिन्हा,संरक्षक इंद्रजीत भारती सचिव अविराम तथा आयोजन सचिव डॉ प्रतिमा त्रिपाठी प्राचार्य अविराम कॉलेज ऑफ एजुकेशन हैं। सेमिनार का विषय “एन ई पी 2020 के माध्यम से भारतीय परंपरा,संस्कृति और ज्ञान प्रणाली को पुनर्जीवित करना” है।यह विषय वर्तमान समय में अत्यधिक उपयोगी है और सेमिनार में देश विदेश के विद्वानों को सुनने के साथ साथ,रिसर्च स्कॉलर,स्टूडेंट्स,टीचर्स सभी को अपने विचारो को पेपर प्रेजेंटेशन के माध्यम से रखने का सुअवसर मिलेगा।
पंजीयन चल रहा है और ऑन स्पॉट पंजीयन भी होगा। यह आयोजन हाइब्रिड मैथड से होगा जिसमें ऑनलाइन ऑफलाइन पेपर प्रस्तुतिकरण की सुविधा होगी सभी प्रतिभागियों को अंतिम दिन प्रमाणपत्र प्रदान किया जायेगा। इस आयोजन से लोहरदगा और झारखंड की संस्कृति से आगंतुकों को परिचित होने का सुअवसर मिलेगा तथा टिको जैसे छोटे से गांव में अवस्थित यह महाविद्यालय वैश्विक स्तरीय शिक्षा और शिक्षा विदो को समेकित कर लाने का प्रतिवर्ष पर कार्य करता है वह सराहनीय है,सेमिनार के सफल आयोजन के लिए कुलपति रांची विश्वविद्यालय समेत देश के विकाश में समर्पित लोक तंत्र के नायकों और प्रशासनिक अधिकारियों की शुभकामनाएं प्राप्त हो गई हैं।