अनामिका भारती।लोहरदगा/कुडू: जिले की शिक्षा में नवीन अध्याय का प्रारंभ करने वाले माराडीह निवासी राजेंद्र नाथ भारती जो अपने व्यक्तित्व के कारण राजा बाबू नाम से लोगो में प्रसिद्ध थे उन्होंने वर्षो पूर्व जब बीस से पच्चीस किलोमीटर तक जा कर बच्चों को पढ़ना पड़ता था, ऐसी परिस्थितियों में माराडीह में सत्ताईस हजार की राशि से विद्यालय की स्थापना की गई। जिसके लिए सोलह एकड़ भूमि दान दे दी। आज माराडीह प्लस टू से हजारों बच्चे शिक्षित हो चुके है और यह क्षेत्र के बच्चों की शिक्षा का सशक्त माध्यम है। अविराम समूह जो आज लोहरदगा,लातेहार जिलों में बीएड, डी एल एड, बी एस सी नर्सिंग, ए एन एम, डी फार्मेसी, विद्यालयी शिक्षा, आजीविका,मत्स्य,बागवानी,बत्तख,कुक्कुट आदि के क्षेत्र में कार्य कर रहा है उसके प्रथम सचिव और प्रेरणा स्रोत के रूप में भी आपका बहुमूल्य योगदान है।अविराम के सचिव इंद्रजीत कुमार भारती ने अपने पिता,मार्गदर्शक, और मित्र के रूप में उन्हें याद करते हुए कहा कि बाबू जी दूरदर्शी और उदार व्यक्तित्व के धनी थे। उन्हीं के आदर्शों पर अविराम आज कार्य कर रहा है।संस्थान के लोगों ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि तथा पुष्पांजलि दी।
राजा बाबू को अविराम ने दी गई भावपूर्ण श्रद्धांजलि।बाबूजी के आदर्शों पर आज अविराम कार्य कर रहा है:इंद्रजीत भारती।
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