spot_img
Homeआर्टिकलसफरनामा : सपनों की दुनिया है 'बाली', मौका मिले तो जरूर घूम...

सफरनामा : सपनों की दुनिया है ‘बाली’, मौका मिले तो जरूर घूम कर आएं ।

नयी दिल्ली :यूं तो काम में सभी बिजी रहते हैं। आप भी छुट्टी में कई देशों और बहुत से शहरों में गये होंगे, मगर जब कभी भी खाली समय मिले तो एकबार इंडोनेशिया जरूर घूमने जायें । आपको यहां के द्वीपों पर जाना और घूमना काफी पसंद आयेगा। इंडोनेशिया का बाली द्वीप काफी मनमोहक है। यह एशिया के सबसे खूबसूरत द्वीपों में से एक है और हर साल यहां पूरी दुनिया से लाखों सैलानी घूमने के लिए आते हैं।बाली जावा के पूर्व में स्थित है। यहां की राजधानी देनपसार है। यह द्वीप कला और संस्कृति का प्रमुख केंद्र है। हालांकि इंडोनेशिया एक मुस्लिम बहुल देश है, बावजूद इसके करीब 38 लाख जनसंख्या वाला बाली द्वीप की ज्यादातर आबादी हिंदू है। इन लोगों का लिबास स्थानीय ही है, लेकिन इनके नाम संस्कृत शब्दों पर आधारित हैं, जैसे- कर्ण, इरावती आदि। यहां बहुत-सी हिंदू महिलाएं माथे पर तिलक भी लगाती हैं, जिससे वे खुद को अलग दिखा सकें। बाली द्वीप पर अनेक हिंदू मंदिर हैं। इसके अलावा हर घर या होटल में किसी स्थान पर छोटा-सा मंदिर स्थापित किया हुआ जरूर मिलेगा, जहां ये लोग अपनी विधि से रोज पूजा करते हैं। यहां फैला नीला समंदर और प्राचीन मंदिर यहां आने के लिए उकसाते रहते हैं।बाली का नुसा दुआ एक बहुत ही खूबसूरत शहर है। पूरे शहर में हरे-भरे पार्क, हिंदू पुराणों के चरित्रों और नृत्य करती महिलाओं की मूर्तियां और विभिन्न उष्णकटिबंधीय पशु-पक्षी विचरण करते नजर आएंगे। धार्मिक त्योहारों के दौरान बाली के लोग मूर्तियों को कपड़े पहनाते हैं और मंदिरों में मूर्तियों के ऊपर छाते भी लगाए जाते हैं। यहां के लोग मृदुभाषी, मित्रतापूर्ण और धार्मिक हैं। ‘न्यूज़ फास्ट’ बाली को प्राचीन मंदिरों के लिए ‘सहस्त्र मंदिरों का द्वीप’ भी कहा जाता है। नीले समंदर के किनारे पर स्थित उलुवतु मंदिर पर्यटकों को आकर्षित करता है। वहां के लोगों के मुताबिक, 11वीं शताब्दी में निर्मित यह मंदिर बाली के उन नौ दिशात्मक मंदिरों में से एक है, जिन्हें बाली को बुरी आत्माओं से बचाने के लिए बनाया गया था। वैसे यहां मंदिर में जाने से पहले कमर पर एक विशेष कपड़ा बांधने की रीति है। मंदिर परिसर में एक खुले रंगमंच जैसी संरचना भी है, जहां शाम को हिंदू पौराणिक नाटकों का मंचन होता है। बाली, इंडोनेशिया का एक द्वीप प्रांत है. यह सुंदा द्वीप समूह का सबसे पश्चिमी हिस्सा है. बाली में कई खास बातें हैं, जैसे कि: बाली, इंडोनेशिया का एकमात्र हिंदू बहुल प्रांत है. यहां 86.9% आबादी बाली हिंदू धर्म को मानती है. बाली में कई पुराने मंदिर हैं, जिन्हें ‘हज़ारों पुरों का द्वीप’ कहा जाता है. बाली में पारंपरिक और आधुनिक नृत्य, मूर्तिकला, चित्रकला, चमड़ा, धातु, और संगीत जैसी कलाएं काफ़ी विकसित हैं. बाली में इंडोनेशियाई अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म महोत्सव हर साल आयोजित किया जाता है. बाली में स्कूबा डाइविंग का आनंद लिया जा सकता है. बाली में दुनिया की सबसे महंगी कॉफ़ी, कोपी लुवाक का स्वाद लिया जा सकता है. बाली में घूमने के लिए अच्छे क्षेत्र हैं – उबूद, सेमिन्यक, कंगु, उलुवातु, और कुटा. बाली में सर्दियों का मौसम सबसे अच्छा होता है. इस समय यहां गर्म और शुष्क मौसम होता है और तटीय हवा चलती है. *बाली से जुड़ी कुछ और बातें :*बाली भाषा, मालाया-पोलिनेशियाई भाषा है. बाली में बाली हिंदू धर्म के लोग शिवरात्रि, दुर्गा पूजा, और सरस्वती पूजा जैसे हिंदू त्योहार मनाते हैं. बाली में मनाया जाने वाला ‘मसकपन के तुकड़’ त्योहार, ओडिशा में बाली यात्रा उत्सव के समान है.

RELATED ARTICLES

Most Popular