सहजाद आलम महुआडांड़ राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मंगलवार को मनिका विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी रामचंद्र सिंह के पक्ष में प्रचार के लिए महुआडांड़ खेल स्टेडियम हेलीकॉप्टर के द्वारा पहुंचे। पहुंचने के बाद महागठबंधन के लोगों समेत महिलाओं ने आदिवासी रीति रिवाज के साथ गुलदस्ता देकर माला पहनकर उनका स्वागत किया। इसके बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मंच पर पहुंचे और उपस्थित लोगों को संबोधित किया उन्होंने सबसे पहले सभी को झारखंडी जोहर कहा। इसके बाद उन्होंने कहा की गठबंधन की ओर से हम लोगों ने फिर से मनिका विधानसभा के लिए रामचंद्र सिंह को प्रत्याशी के रूप में खड़ा किए हैं।

सभी को मिलकर फिर से इन्हें जिताना है। इसके लिए आग्रह करने के लिए हम आए हैं। हम लोगों ने काम किया है आप लोगों के दुख दर्द को दूर करने का प्रयास किया है। सरकार बनने के बाद आदिवासी मूलवासी अल्पसंख्यक सभी की जो समस्या है समाधान करेंगे। कोरोना में दो ढाई साल खत्म हो गया फिर भी हम दो ढाई साल विपक्ष के साथ लड़ते रहे मुझे जेल में भी डाल दिया। सरकार का कार्यकाल भी पूरा नहीं होने दिया और एक महीना पहले ही चुनाव का घंटी बजा दिया। झारखंड राज्य अलग होने के बाद कभी भी कार्यकाल से पहले चुनाव नहीं हुआ है कौन सा विप्ती, आपदा, आफत आ गया जो समय से पहले चुनाव कर रहे हैं। आज केंद्रीय एजेंसियां केंद्र सरकार की कठपुतली बनकर पूरे देश के विपक्ष को नेस्तनाबूद करने में लगा हुआ है।जो उसके विरुद्ध आवाज उठाता है

तो उसे जेल में डाल दिया जाता है। जेल में सड़ा दिया जाता है आवाज उठाने वाले कई लोग आज भी जेल में बंद हैं। कोई सबूत नहीं हमें भी बिना सबूत के जेल में डाल दिया था। हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने मुझे बरी कर दिया। हमारी सरकार गिराने में हमारे सांसद विधायक खरीदने में लगातार इनकी षड्यंत्र जारी है। भाजपा के कई मुख्यमंत्री केंद्र सरकार समेत अन्य मंत्री झारखंड में आकर गिद्ध की तरह मंडरा रहे हैं एक अकेला व्यक्ति को प्रास्त करने में लगे हुए हैं। हमने संकल्प लिया है फिर से सरकार बनाएंगे हमारे गरीब गुरबा आदिवासी पिछले दलित के घरों में एक एक लाख पहुंचने का काम करेंगे संकल्प का पहला कदम जो महिलाओं को ₹1000 मिलता है दिसंबर से ₹2500 मिलेगा। हमें पता है गांव देहात के लोग कितना गरीब है छोटे-मोटे काम के लिए महाजन और लोगों से उधार लेते हैं। सरकार बनाए जिसके बाद किसी से भी उधारी लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी हमने पूरे राज्य में बिजली का बिल माफ कर दिया चाहे वह एक लाख दो लाख पच्चास हजार जितना भी हो। बिजली हर महीना आता है पर बल अब नहीं आता है। बिजली 24 घंटा रहेगा और बिजली बिल कभी नहीं आएगा। विपक्ष के पास विकास के नाम पर कुछ भी नहीं है सिर्फ हिंदू मुस्लिम घुसपैठिए इसी में लड़ाकर हम सभी का वोट छीनने का प्रयास करते हैं।

तरह-तरह के षड्यंत्र रचते हैं। फूट डालो राज करो कि राजनीति पर चलते हैं। आज एक तरफ व्यापारियों की जमात खड़ी है और दूसरे तरफ गरीब गुरबा दलित शोषित आदिवासी पिछड़ों की जमात खड़ी है। आज गरीब और अमीर के बीच में जंग है जो जंग हमें जितना पड़ेगा। तभी हमारी दलित पिछड़ा आदिवासी समाज बचेगा। हमारे राज्य की खनिज संपदा पर इनका गिद्ध का नजर है इसी के लिए अभी यह गिद्ध की तरह पूरे राज्य में मंडरा रहे हैं। यहां अभी पूरे देश में बीजेपी के एक दर्जनों मुख्यमंत्री यहां आए हुए हैं। केंद्रीय मंत्री डेरा जमाए हुए हैं। प्रधानमंत्री गृह मंत्री यहां के चक्कर काट रहे हैं और हिंदू मुस्लिम के नाम पर वोट मांगने का काम कर रहे हैं। इन लोग रोटी बेटी माटी की बात करते हैं अगर इन्हें चिंता होता तो लोग हाथ में राशन कार्ड लेकर भूख से नहीं मारते। कोरोना कल में भी हमने किसी को भूख से नहीं करने दिया इसके लिए हमें कुर्बानी देनी पड़ी इसकी कीमत चुकानी पड़ी हमारे दो-दो मंत्री कोरोना के ग़र्क में चले गए। भुइहर व चीक बड़ाइक जाति का जो समस्या है अगला सरकार में निश्चित रूप से इस समस्या का समाधान करेंगे। यह लोग कहते हैं कि हम पुनर्वास विस्थापन आयोग बनाएंगे इसकी घोषणा करते हैं, हम लोग पहले ही यह बना चुके हैं। आने वाले समय में जितने लोग माइनिंग, खदान उद्योग को लेकर विस्थापित हुए हैं सभी उद्योगों से हिसाब चुकता करेंगे और किसको रोजगार मिलेगा किसको मुआवजा मिलेगा इसका बैठकर हम कंपनी से वसूली करेंगे अभी तो हमने 136000 करोड़ का बकाया ठोक दिया है।ये लोग भ्रष्टाचार की बात करते हैं गुजरात में के बंदरगाहों में इनके व्यापारी साथी के के पास से अरबों, खरबों का अफीम गांजा मिलता है और अचानक गायब हो जाता है कहां चला जाता है पता नहीं। इसकी सीबीआई जांच नहीं करता और सारा अफीम गांजा देश के कोने-कोने में लोगों को दिगभ्रमित करने में उपयोग किया जाता है। यूपी में धर्म विशेष के लोगों को अपराधी बनाया जाता है। यहां असम के मुख्यमंत्री 6 महीना से घूम रहे हैं असम में सुप्रीम कोर्ट कहता है असम सरकार धर्म विशेष के लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करती है। अंत में उन्होंने कहा एक नंबर पर बटन है महागठबंधन का हाथ छाप का जिसके प्रत्याशी रामचंद्र सिंह जी हैं एक नंबर का बटन दबाकर इन्हें विजई बनाएं। एक नंबर का बटन इतना दबाइयेगा की इसका टीटी की आवाज दिल्ली के कान का पर्दा फाड़ दे। अंत में आप सभी का धन्यवाद।मनिका विधायक रामचंद्र सिंह ने सभा संबोधित करते हुए अपने पक्ष में वोट करने एभीएम में एक नंबर के चुनाव चिन्ह हाथ छाप में बटन दबा कर विजयी बनाने की अपील की। साथ ही अन्य लोगों ने भी सभा को संबोधित किया। वहीं मंच का संचालन अजीत पाल के द्वारा किया गया। मौके प्रदेश प्रतिनिधि इस्तखारा अहमद, प्रखंड प्रमुख कंचन खजूर, उप प्रमुख अभय मिंज, रामनरेश ठाकुर, नसीमअंसारी, नूरुल अंसारी, रानू खान, असीम जफर, कोमल किंडो, किशोर तिर्की, आमिर सोहेल, बशारत अली, वही जेएमएम के मोहम्मद मुस्तकीम, अनीता मिंज, अनिल मनोहर, परवेज आलम, साथ ही महागठबंधन के नेता कार्यकर्ता समेत हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे।