अनामिका भारती।लोहरदगा:आईसीएमआर द्वारा भारत में भी ह्यूमन मेटा न्यूमो वायरस (एमएचपीवी) के मामले चिन्हित किये गये हैं। ह्यूमन मेटा न्यूमो वायरस (एमएचपीवी) एक एमआरएनए वायरस है जो न्यूमोविरिडे फैमिली से है। इस वायरस का एण्टी वायरस मेडकेसन या टीका तत्काल उपलब्ध नहीं है। इस बीमारी का ईलाज लक्षणात्मक है एवं कोरोना वायरस की तरह बचाव ही इसका ईलाज है। इसके लक्षण सर्दी, खाँसी, जुकाम, सांस फूलना एवं बुखार की भांति कही होती है। गंभीर मामलों में ब्रोंकाइटिस और न्यूमोनिया भी हो सकती है।
क्या करें:हाथ की सफाई का विशेष ध्यान।खांसते / छींकते समय नाक-मुँह को ढकना।पौष्टिक आहार एवं पर्याप्त मात्रा में पेय पदार्थ का सेवन।पर्याप्त नींद लें एवं फ्लू (सर्दी, खाँसी, बुखार) के लक्षण दिखने पर चिकित्सकीय सलाह लें।क्या न करें:भीड़-भाड़ वाले जगह पर अनावश्यक न जाएं।सर्दी, खांसी, जुकाम, सांस फूलना एवं बुखार की स्थिति में अनावश्यक लोगों से न मिलें।खुले जगह /आम जगह पर न थूकें।बार-बार आँख, नाक, मुँह को न छुएं। स्वयं दवा लेने से बचें।उक्त जानकारी असैनिक शल्य चिकित्सक-सह-मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, लोहरदगा द्वारा दी गयी।