लातेहार ठंड में गर्मा गरम साग खाने का अपना ही मजा होता है। लेकिन जब ये पता हो कि ये साग आपकी कई बीमारियों में दवा की तरह काम करेगा तो इसे खाने का मजा और बढ़ जाएगा। साग सबको पसंद नहीं होता है, लेकिन इसके अद्भुद फायदे सुन कर शायद आपको भी इसका स्वाद भाने लगे। असल मायने में साग न केवल खाने में स्वाद से भरा होता है, बल्कि ये विटामिन, मिनरल, फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइटोन्यूट्रिएंट्स से भी भरा होता है। यही कारण है

कि साग को खाना सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। लो कैलोरी और फाइबर से भरा साग वेट कम करने से लेकर दिल और पेट के लिए भी फायदेमंद होता है। साग में घुलनशील और अघुलनशील दोनों तरह के फाइबर होते हैं जिससे बॉडी का मेटाबॉलिज्म ठीक रहता है और वेट मैनेजमेंट भी बेहतर होता है। साथ ही इसमें मौजूद कई तरह के विटामिन और मिनरल्स ब्लड सर्कुलेशन को ठीक करते हैं। ठंड का मौसम शुरु होते ही लातेहार चंदवा बालूमाथ महुआडंड बरवाडीह गारू की सब्जी बाजार में हरी सब्जी खरीदने के साथ लोग साग ज्यादातर खरीद रहे हैं. सब्जी बाजारों में साग की दुकानों पर काफी भीड़ भी देखने को मिल रही है. यहां के लोगों का कहना है कि यहां के लोग साग के साथ रोटी और चावल खाना ठंड के मौसम में अधिक पसंद करते हैं. क्योंकि, साग एक मौसमी सब्जी है. हर आम आदमी के बजट के हिसाब से बाजार में उपलब्ध है.।

ठंड के मौसम में ही कुछ साग मिल पाती हैं,। सब्जी विक्रेता
दुकानदारों का कहना है कि कुछ साग रिकॉर्ड तोड़कर हम बेचते हैं जैसे कि पालक, मेथी, वथुआ, लाल साग, चने की साग, लोग काफी पसंद करते हैं.। और सस्ती भी होती हैं. ठंड के मौसम में ही कुछ साग मिल पाती हैं, इसलिए भी लोग ज्यादातर साग को पसंद कर रहे हैं.।

पलक साग

वैसे तो पालक साग आपको साल के हर महीने मिलेंगे और साग के नाम पे हमेशा थालियों में परोसे जाते है । पालक साग खाने के सेहत लाभपालक साग भी एक हरी पत्तेदार सब्जी है. जो स्किन, बाल, हड्डियों समेत संपूर्ण सेहत के लिए फायदेमंद है. यह ब्लड ग्लूकोज लेबल को सुधारता है. यदि महिलाएं पालक का सेवन प्रतिदिन करें तो शरीर में आयरन की कमी नहीं होगी. साथ ही यह साग कैंसर के रिस्क को कम करता है. हड्डियों की समस्याओं से बचाता है. कैल्शियम, मैग्नीशियम और आयरन से भरपूर होता है पालक का साग.

बथुआ का साग

ठंड के मौसम में कुछ ही महीने बिकने वाली साग बथुआ, शुरुआती दौर में ये बहुत ही महंगा बिकता है। 200 रुपए होता है। फिर धीरे धीर बाजारों में 60 रुपए किलो तक बिकता है।बथुआ साग को लोग माड़ में बनवा के खाते है। बथुआ Bआंखों की सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है. दरअसल, इस साग में विटामिन ए होता है जो कि आंखों की रोशनी बढ़ाने में मदद करता है. इसके अलावा बथुआ में कुछ फ्लेवोनोइड्स और कैरोटिनॉइड होते हैं जो कि शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट्स हैं और शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं. साथ ही इसमें जिंक होता है जो कि आपको संक्रामक रोगों से लड़ने की शक्ति देता है

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मेथी का साग

मेथी के साग को लोग बहुत चाव से खाते है । मेथी साग भुजिया भी बनता है । जो बेहद स्वादिष्ट होता है।मेथी का साग दिल के मरीजों और डायबिटीज के रोगियों के लिए बहुत ही फायदेमंदे है. ये शुगर कम करने के साथ पेट की कई समस्याओं को कम करने में मदद कर सकता है. ये जहां शरीर को गर्मी देता है, इसके दूसरे एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को दूसरी बीमारियों से बचाव में मदद करता है.

सरसों का साग

सरसों की साग और मक्के की रोटी ठंड के मौसम में खाने का मजा ही कुछ और है ।जिसने भी क्या उसने इश्का स्वाद को नहीं भुलाया यही कारण है कि सब्जी बाजारों में ये महंगी बिकती है । अभी ये सब्जी बाजारों में 60 से 80 रूपये किलो है वैसे तो सरसों का साग हाई प्रोटीन से भरपूर साग है, इसके अलावा सरसों का साग खाने के फायदे अनेक हैं इस साग में फाइबर, विटामिन के, मैंगनीज, कैल्शियम, विटामिन बी 6 और विटामिन सी भी है जो कि इम्यूनिटी बिल्डअप में मदद करता है और शरीर को सर्दियों की कई समस्याओं से बचाता है..

चने का साग

चने के साग अभी बाजार में 80 से 100 रुपए है। और ये साग सिर्फ ठंड में कुछ ही दिन मिलते हुई।यह बेहद स्वादिष्ट और स्वास्थ्य के लिए गुणकारी है, मगर कई लोग इसके बारे में नहीं जानते हैं, इसमें प्रोटीन की भरपूर मात्रा होती है, साथ ही यह वज़न घटाने के लिए बेहतरीन भोजन है,चने के साग को प्रोटीन का एक अच्छा स्त्रोत माना जाता है। इसकी सबसे अच्छी बात यह है कि यह कैलोरीज में बहुत कम होता है. साथ ही इम्युनिटी बढ़ाने में भी मदद करता है.

क्या कहते है डॉक्टर सरिता टोप्पो

साग में होता है प्रोटीनवहीं साईं नर्सिंग के सुनीता टोप्पो ने कही कि साग बिल्कुल स्वास्थ्य वर्धक होती है.यह सब को खाना चाहिए. लेकिन उसका भी समय पर ही सेवन करना चाहिए. साग को नाश्ते या दोपहर के भोजन में खाना चाहिए. साग में प्रोटीन होता है, जिसे पचाने में समय लगता है. हर साग में अपने कुछ अलग-अलग तत्व पाए जाते हैं. यदि हरे साग का सही मात्रा में सेवन किया जाए तो यह आपकी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद रहता है. अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी किसी प्रकार की समस्या नहीं हैं वे दिन में एक या दो बार हरा साग खा सकते हैं. वहीं जिन लोगों को हड्डियों से जुड़ी किसी प्रकार की समस्या है. वे रोजाना यह खाने की बजाय हफ्ते में दो से तीन बार हरा साग खा सकते हैं.

साग में विटामिन सी होता है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है. डॉक्टर मनोज कुमार

साग में फ़ाइबर होता है, जो पाचन शक्ति को बेहतर रखता है. साग में मौजूद कैल्शियम और मैग्नीशियम हड्डियों को मज़बूत बनाते हैं. साग में मौजूद पोषक तत्व आंखों की रोशनी बढ़ाने में मदद करते हैं. डायटरी फ़ाइबर शरीर के बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं. इस में मौजूद प्रोटीन और फ़ाइबर कब्ज़ की समस्या से राहत दिलाते हैं. साग में मौजूद विटामिन सी और एंटी ऑक्सीडेंट रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं.हरी पत्तेदार सब्ज़ियों को कच्चा या पकाकर खाया जा सकता है, लेकिन कच्चा या आधा पका हुआ खाना बेहतर होता है. पकाने से विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट कम हो जाते हैं.।इतना ही नहीं, साग खाने से आपकी इम्यूनिटी बूस्ट होती है, जिससे आप कई तरह की बीमारियों से बचे रह सकते हैं. चूंकि, साग में विटामिन सी भी होता है और यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है. सर्दी में खांसी, जुकाम, गले में खराश, बुखार आदि से बचे रहने के लिए आप साग का सेवन जरूर करें.।
