टीपू खान बालूमाथ क्षेत्र के ग्राम लेजांग निवासी कासिम अंसारी मक्का शहर में उमरा के मुकद्दस सफर पर रवाना हो रहे हैं हर मुसलमान के दिल का ये अरमान होता है
कि कमसे कम एक बार मक्का और मदीना में हाजिर हो कर वहां की पवित्र जमीन पर इबादत करे और वो इबादत हज उमरा की सूरत में हो हज उमरा करने वाला अल्लाह का मेहमान होता है वो जब हज या उमरा करके वापस होता है

तो वो गुनाहों से पाक हो जाता है मौलाना अब्दुल वाजिद चतुर्वेदी ने कहा उमरा करने से गरीबी दूर होती है।एक उमरा दुसरे उमरा तक गुनाहों कफ्फारा बन जाता है कासिम अंसारी खुशनसीब है

जिन्हें अल्लाह ने उमरा करने की तौफीक (सौभाग्य) अता कियासमाजसेवी जुनैद अनवर कहा की कासिम अंसारी हमारे चचा है मेरा बचपन से ही उनसे परिवारीक लगाव रहा है वो मुझे अपनी औलाद की तरह प्यार करते है

उनकी दुआएँ हमेशा मेरे साथ रहतीं है साथ ही भावुकता से कहते हैं उनका ये उमरा सफर हमारे लिए और हमारे क्षेत्र लिए गौरव का विषय हमारे चाचा मक्का मदीना में क्षेत्र और देश की सुख शांति के लिए दुआ करेंगे
