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झारखंड आंदोलन से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति के दिलों में रहेंगे कमल किशोर भगत:आजसू।

अनामिका भारती।लोहरदगा:आजसू पार्टी प्रधान कार्यालय ब्लॉक मोड लोहरदगा में झारखंड आंदोलनकारी पूर्व विधायक एवं आजसू पार्टी के पूर्व केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष स्वर्गीय कमल किशोर भगत की पुण्यतिथि मनाई गई ।स्वर्गीय कमल किशोर भगत को सैकड़ो कार्यकर्ताओं ने नम आंखों से श्रद्धांजलि अर्पित की। श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कार्यकर्ताओं ने कहा की कमल किशोर भगत झारखंड आंदोलन के सच्चे सिपाही, जन नेता एवं लोहरदगा के विकास के सपने को सच करने की पुरजोर कोशिश की।ये ऐसे नेता थे गरीबों के दुख दर्द को समझ कर उनका निराकरण करने की कोशिश करते थे ।

वह आदिवासियों के जल जंगल जमीन की मामला विधानसभा में पहली बार उठाने वाले सशक्त सजग एवं निडर नेता थे ।श्रद्धांजलि सभा में स्वर्गीय कमल किशोर भगत की धर्मपत्नी नीरू शांति भगत ने कहा कि हमने अपना सच्चा साथी हमदर्द ख़ोया और लोहरदगा की जनता ने एक अभिभावक झारखंड आंदोलन के सच्चे सिपाही और लोहरदगा एवं झारखंड के विकास सपना देखने वाले और उसको सच करने के लिए अथक प्रयास करने वाले सच्चे नेता को आज के दिन खोया है ।झारखंड सरकार से जो सुविधा मिलनी चाहिए वह इनको नहीं मिली ।राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कार मिला परंतु झारखंड सरकार इनकी सुध लेने की भी नहीं सोची। झारखंड राज्य जिन आंदोलनकारीयों के बदौलत बनी उनके लिए यह सरकार कुछ नहीं कर पाई। आंदोलनकारी और उनके परिवार सोचता होगा कि क्या इसी झारखंड के लिए हमने लड़ाई लड़ी। आज सत्ता में वैसे लोग बैठे हैं जो आंदोलन की उपज की खेती काट रहे हैं। परंतु आंदोलनकारीयों के लिए उनकी सोच कुछ भी नहीं है। झारखंड के लिए 17 दिसंबर एक दुखद दिन है। जिस दिन झारखंड अपने आंदोलनकारी सपूत को खोया। जो सच्चे अर्थ में झारखंड को अलग करने के साथ-साथ एक उत्कृष्ट झारखंड ,विकसित झारखंड बनाने की सोच रखे हुए थे और उसके लिए सच में आगे बढ़ रहा थे, परंतु नियति को यह मंजूर नहीं था और भगवान ने उनको हमसे छीन लिया ।जिला अध्यक्ष ओमप्रकाश भारती ने कहा कि आजसू एक आंदोलनकारी पार्टी रही है और आंदोलन को गति और दिशा देने का कार्य स्वर्गीय कमल किशोर भगत ने किया था। उनके पराक्रम और नेतृत्व क्षमता के कारण ही आज झारखंड अलग राज्य बना। इन्होंने रांची में रहकर युवाओं को हौसला दिया और समय-समय पर अर्थ की भी व्यवस्था की जिससे आंदोलन चलता रहा और झारखंड अलग राज्य बना ।अलग राज्य बनने के बाद उनके सपने झारखंड को एक विकसित राज्य बनाने का था। इनका सच था की विकास ऐसी होनी चाहिए जिसमें किसी को कोई नुकसान ना हो और झारखंड तरक्की भी करें। प्रकृति के साथ छेड़छाड़ भी ना हो और झारखंड सुंदर एवं प्रकृति ने जो अनमोल खजाना इस राज्य को दिया है उसका समुचित उपयोग करते हुए राज्य को सुंदर एवं विकसित राज्य बनाया जाय। इनका सोच लोहरदगा को हिंदुस्तान की पटल पर अग्रणी जिला बनाने का था परंतु समय इन्हें नहीं मिल पाया और हमसे हमारा नेता उपरवाला ने छीन लिया ।यह पल हम कार्यकर्ताओं के लिए दुखद है परंतु हमें उनके सपनों को साकार करने के लिए फिर से उठ खड़ा होना और उनके बताए हुए मार्ग पर चलते हुए। एक सुंदर झारखंड बनाने की जो उनकी परिकल्पना थी। उसको पूरा करने की कोशिश करनी होगी ।हम सभी आज संकल्प ले की झारखंड को सुंदर और विकसित राज्य बनाने में अपना योगदान देंगे। जो स्वर्गीय कमल किशोर भगत की सोच थी। आज के कार्यक्रम में जिला अध्यक्ष ओमप्रकाश भारती, केंद्रीय महासचिव नीरू शांति भगत,केंद्रीय सचिव सूरज अग्रवाल, बबलू महतो ,जिला संयोजक मंडली के मुख्य संयोजक कवलजीत सिंह, महेंद्र महतो, जिला उपाध्यक्ष मुन्ना अग्रवाल ,अल्पसंख्यक मोर्चा जिला अध्यक्ष शाहिद अंसारी, अनुसूचित जनजाति मोर्चा अध्यक्ष विजय उरांव, जिला प्रवक्ता सागर वर्मा, राजू गुप्ता, कूडू प्रखंड अध्यक्ष कलीम खान ,नगर अध्यक्ष अशोक साहू, कार्यकारी अध्यक्ष राजन मेहता, सोनू राज, गुडूस प्रसाद, राजकुमार यादव आदि सैकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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