अनामिका भारती।लोहरदगा:बिमरला खनन क्षेत्र अंतर्गत सीएसआर के तहत दो गांवों के सिंचाई योजनाओं के लिए आवश्यक पाइपलाइन व सिंटेक्स आदि सामग्री ग्रामीणों को प्रदान की गई है। जिसके तहत घाघरापाट ग्राम एवं घुघरुपाट ग्राम में कुल लगभग 16 एकड़ कृषि योग्य भूमि सिंचित हो सकेगा।बताते चलें कि दोनों ग्रामों में ग्रामीणों के साथ सीएसआर टीम प्राकृतिक जल स्रोतों का सर्वे की। ग्रामवासियों के आवश्यकतानुसार पाइपलाइन की व्यवस्था से सालों भर खेती किसानी में मदद मिलेगी। रबी व खरीफ फसलों के साथ साथ सब्जियों की खेती आसानी से किए जा सकेंगे। इसी के तहत आपसी सहमति से घाघरापाट व घुघरुपाट में किसानों की समिति भी बनाई गई है। इन समितियों के माध्यम से खान प्रबंधक किरण शंकर सिंह की अगुवाई में सीएसआर मद से 2100 मीटर पाइप लाइन व सिंटेक्स सेट वितरित किए गए।इस मौके पर उन्होंने कहा कि बगैर ईंधन, मशीन के यह सिंचाई प्रोजेक्ट ग्रामवासियों के लिए कृषि कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा कि संसाधनों का बेहतर उपयोग कर आर्थिक रूप से मजबूत हों किसान।ज्ञातव्य हो कि यह पहल किसानों की सिंचाई सुविधाओं को सुधारने और उनकी कृषि उत्पादकता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सीएसआर के तहत बीमरला के घुघरुपाट और घाघरापाट ग्रामों के किसानों को पाइपलाइन और सिंटेक्स टैंक प्रदान किया गया।इससे किसानों को सिंचाई के लिए बेहतर संसाधन मिलेंगे, पानी की बर्बादी कम होगी और खेती का समय पर प्रबंधन सुनिश्चित किया जा सकेगा। इस योजना से दोनों गांव में लगभग 16 एकड़ जमीन सिंचित हो सकेगा।मौके पर सैप के अधिकारी देवकुमार उरांव, सहायक प्रबंधक अनुज सिंह, अभय भारती, ग्रामीण राजकुमार उरांव, रामचंद्र उरांव, लालदेव उरांव, दिलीप उरांव, विनोद असुर, यदु असुर, बीरी असुर, तीमसू उरांव, जुगल उरांव, सुरेश उरांव, तिम्बू उरांव, परमेश्वर असुर समेत ग्रामीण किसान मौजूद रहे।
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