लातेहार।लातेहार नक्सली संगठन को छोड़कर आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण करने वाले संजय प्रजापति अब पत्रकारिता के माध्यम से समाज में बदलाव लाने के लिए काम कर रहे हैं।

Oiउनके आत्मसमर्पण के बाद, उन्होंने एक नई दिशा में कदम बढ़ाया और आज उन्हें समाज के विभिन्न वर्गों से सम्मान मिल रहा है।संजय प्रजापति ने 16 जूलाई 2022 को पुलिस उप महानिरीक्षक पलामू आईजी राजकुमार लकड़ा, लातेहार एसपी अंजनी अंजन, सीआरपीएफ 214 बटालियन के कमांडेंट ऋषि राज़ सहाय और अन्य अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण किया था।

यह आत्मसमर्पण प्रक्रिया लातेहार एसपी कार्यालय में सम्पन्न हुई थी,जिसके बाद संजय का जीवन एक नई राह पर चल पड़ा।उन्हें कई बार अधिकारियों और सम्मानित व्यक्तियों द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। 26 जनवरी, 2025 को गणतंत्र दिवस के अवसर पर लातेहार जिला खेल स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में डीसी और एसपी ने संजय प्रजापति सहित आत्मसमर्पित पांच लोगों को भूमि का बंदोबस्ती पर्चा सौंपा।

इस अवसर पर संजय प्रजापति ने कहा, “हथियार से नहीं, कलम से बदलाव आयेगा।”संजय की यह यात्रा न केवल उनके जीवन में बदलाव का प्रतीक है, बल्कि यह समाज को यह संदेश भी देती है कि अगर कोई व्यक्ति अपनी गलतियों से सीख कर सही दिशा में कदम रखे,

तो वह समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकता है। उनके आत्मसमर्पण और संघर्ष की कहानी आज स्थानीय समुदाय और अधिकारियों के बीच एक प्रेरणा बन गई है।

संजय प्रजापति कुछ इस तरह बयान कर रहे हैं*”
मुझे जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित किए जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। यह सम्मान मेरे लिए एक बड़ी उपलब्धि है और मुझे बहुत गर्व है। इस सम्मान को प्राप्त कर, मुझे अपनी समर्पण की सराहना महसूस हो रही है।

यह उपलब्धि मुझे और अधिक प्रेरित करती है, ताकि मैं अपने कर्तव्यों को और भी बेहतर तरीके से निभा सकूं। मैं अपने परिवार,साथियों और सभी सम्माननीय अधिकारियों का आभार व्यक्त करता हूं

जिन्होंने मुझ पर विश्वास जताया और इस सम्मान को मेरे जीवन का हिस्सा बनाया। मैं वादा करता हूं कि इस सम्मान का सही उपयोग करके समाज और अपने जिले की सेवा करता रहूंगा।

साथ ही संजय ने बंदूक छोड़ा और पढ़ाई के ओर बढ़ा ग्रेजुएशन, मास्कॉम भी किया और कहां की समाज को आगे बढ़ाने के लिए पढ़ाई हर व्यक्ति को जरूरत है इसे भी अपने जीवन में उतारने का कार्य किया है।

संजय प्रजापति ने जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों के सहयोग और सम्मान की सराहना की
संजय ने कहा कि आत्मसमर्पण के बाद उन्हें हमेशा जिला प्रशासन, डीसी, एसपी और अन्य अधिकारियों का पूरा सहयोग मिला और अधिकारियों द्वारा उन्हें जो सम्मान दिया गया,उसे वह कभी नहीं भूल सकते।”

साथ ही, संजय ने अपने अन्य नक्सली साथियों से अपील की कि वे भी आत्मसमर्पण करें और समाज में सम्मानजनक जीवन जीने के लिए मुख्यधारा में लौट आएं।

वर्तमान एसपी लातेहार कुमार गौरव ने भी संजय के कलाम की धारा से जुड़ने के लिए सराहना किया और कहा कि भटके हुए युवक देर सवेर ही मुख्य धारा में लौटकर अपने क्षेत्र में देश राष्ट्र को संजय की तरह मजबूत करने का कार्य करें।













