महुआडांड प्रखंड मुख्यालय से लगभग 10 किलोमीटर दूर प्रखंड के +2 स्त्रोन्नत हाई स्कूल चटकपुर, में विद्यालय संचालित है. विद्यालय में कुल 152 बच्चे अध्ययनरत हैं. लेकिन विद्यालय भवन अत्यंत जर्जर हो चुका है. इस कारण बच्चे जान जोखिम में डालकर पढ़ने को मजबूर हैं. विद्यालय का भवन इतना अधिक जर्जर हो गया है कि कभी भी पूरा भवन गिर सकता है और बड़ी अनहोनी हो सकती है. स्कूल भवन का छत प्रत्येक दिन गिर रहा है आपको बता दें कि +2 स्त्रोन्नत हाई स्कूल चटकपुर, महुआडांड आदिवासी क्षेत्र में पड़ता है. यहां अधिकतर आदिवासी परिवार के बच्चे ही पढ़ाई करने के लिए पहुंचते हैं. स्कूल के प्राचार्य रायमन नगेसिया एवं स्कूली बच्चे जल्द से जल्द प्रशासन से विद्यालय दुरुस्त करने की मांग की है.जरूरत है
इस दिशा में संज्ञान लेने की ताकि बच्चे सुरक्षित माहौल में पढ़ाई कर सके. इस मामले को लेकर चटकपुर मुखिया रेखा नगेसिया ने बताया कि स्कूल मरमती की अत्यंत आवश्यक है जिला प्रशासन से आग्रह है कि जल्द मरमत की जाए ताकि कोई हादसा ना हो वही जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रिंस कुमार से जब इस मामले में पूछा गया तो उन्होंने कहा की यह मामला मेरे संज्ञान में है जो बिल्डिंग जर्जर है उसकी मरमती का प्रपोजल बनाकर विभाग को भेज दिया गया है शीघ्र ही काम शुरू हो जाएगा और जर्जर भवन को दुरुस्त कर लिया जाएगा।

क्या कहते हैं जिला शिक्षा पदाधिकारीजिला शिक्षा पदाधिकारी प्रिंस कुमार से जब इस मामले में पूछा गया तो उन्होंने कहा की यह मामला मेरे संज्ञान में है कुछ बिल्डिंग है जो जर्जर है और कुछ बिल्डिंग है जो सही है जो बिल्डिंग जर्जर है उसकी मरमती का प्रपोजल बनाकर भेज दिया गया है शीघ्र ही काम शुरू हो जाएगा और जर्जर भवन को दुरुस्त कर लिया जाएगा।8

क्या कहते हैं चटकपुर मुखिया रेखा नगेसियाचटकपुर मुखिया रेखा नगेसिया में बताया कि स्कूल मरमती की अत्यंत आवश्यक है जिला प्रशासन से आग्रह है कि जल्द मरमत की जाए ताकि कोई हादसा ना हो