अनामिका भारती।लोहरदगा:शिक्षक कभी रिटायर नहीं होते हैं बल्कि शिक्षक समाज को सदैव नई दिशा देते हैं और आजीवन शिक्षा दान करते हैं। उक्त बातें बालिका उच्च विद्यालय लोहरदगा में शिक्षिका अनीता रानी के विदाई समारोह में शिक्षक कर्मचारी नेता शैलेंद्र सुमन ने कही। श्री सुमन ने कहा कि शिक्षक को हमेशा विद्यार्थियों के शिक्षा के प्रति उच्च गुणवत्तापूर्ण विचार होना चाहिए ।
शिक्षा के क्षेत्र में बहुमुखी प्रतिभा की धनी अनीता रानी के बहुमूल्य योगदान को भुलाया नही जा सकता है।बालिका उच्च विद्यालय के प्रिंसिपल नीलोफर खुर्शीद ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि अनीता रानी ने काफी लंबे समय तक बच्चियों के सर्वांगीण विकास के लिए विभाग द्वारा मिले दायित्व को सदैव पूरी तन्यता से निभाया। बच्चों और सहकर्मियों के साथ भी इनका व्यवहार आत्मीय रहा।

शिक्षक संघ के मुमताज अहमद ने कहा कि सेवानिवृत हो रही शिक्षिका अनीता रानी ने विद्यालय के एकेडमिक ही नहीं बल्कि सभी तरह के एजुकेशनल एक्टिविटी में अपनी सहभागिता निभायी। इनके कार्य का फक्र हम सबों को है। आज इनके द्वारा शिक्षा के प्रति किए गए कार्यों से सीखने की जरूरत है।पूर्व प्रिंसिपल सी पी भगत, एलिस रानी, सुखमणि उरांव ने इनके लंबे सेवा के कार्य को सराहा और कहा कि इनका सेवाकाल बेदाग रहा जो कि एक बड़ी उपलब्धि है।

रिटायर हो रही शिक्षिका अनीता रानी ने मिल रहे अपार प्रशंसा के प्रति उपस्थित तमाम जनों का आभार प्रकट किया।विदाई समारोह के दौरान विद्यालय परिवार भावुक नजर आए और अपनी शिक्षिका के कार्य को याद कर काफी प्रफुल्लित भी थे।कार्यक्रम के दौरान शिक्षिका , शिक्षेत्तर कर्मचारी, पारिवारिक सदस्य एवं भारी संख्या में अभिभावकगण मौजूद थे।