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नई शिक्षा नीति के तहत सीबीएसई के निर्देशन में शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण शिविर का हुआ आयोजन।

अनामिका भारती।लोहरदगा: ग्रेटर त्रिवेणी पब्लिक स्कूल लोहरदगा के सभागार में नई शिक्षा नीति के तहत सीबीएसई के निर्देशन में कम्युनिकेशन स्किल एण्ड सोशल इमोशनल लर्निंग विषय पर एकदिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण शिविर में उपस्थित शिक्षकों के समक्ष प्रथम सत्र में विषय सम्पादित करते हुए प्रशिक्षक विकास कुमार देव ने कहा कि अच्छा वक्ता बनने के लिए एक अच्छा श्रोता बनना पड़ता है। किसी की बात को पहले ध्यान से सुनें उसपर चिंतन-मनन करें उसके बाद उचित अवसर मिलने पर उसकी तुलनात्मक व्याख्या करें या अपना विचार व्यक्त करें तभी वह प्रभावी और सामने वालों के लिए स्वीकार्य होगा।उन्होंने कहा कि यदि उपचार सही हो तो गहरा जख्म भी भर जाता है और उपचार गलत हो तो भरा जख्म भी हरा होकर कैंसर का रूप धारण कर लेता है इसलिए यह आवश्यक है कि मर्ज को ठीक से समझकर मरीज का उपचार प्रारंभ किया जाय। अर्थात छात्रों को पढाने के पहले छात्रों को ठीक से समझ लेना एक आदर्श शिक्षक में होना जरूरी है। दूसरे सत्र को सम्बोधित करते हुए प्रशिक्षक रवि कुमार सिन्हा ने कहा कि क्लास- रूम में कई छात्र होते हैं जिनके अन्दर सोचने- समझने का स्तर और क्षमता अलग- अलग होती है क्योंकि वे अलग- अलग परिवेश से सम्बंध रखते हैं। ऐसे में शिक्षक के लिए काफी मुश्किल हो जाता है

कि वे निर्धारित विषय को कैसे सम्पादित करें। क्योंकि जहाँ एक छात्र बिजली के कैरेंट से इतना डरता है कि तार को छुने से भी परहेज करता है वहीं दूसरा छात्र बिजली के तार को जोडकर लाईट जलाने के लिए काफी उत्सुक है। वास्तव में इनके बीच समन्वय बनाकर सहयोगात्मक भाव से विषय को सम्पादित करना और सभी छात्रों को संतुष्ट कर लेना हीं शिक्षक की कार्यकुशलता समझी जाएगी। प्रशिक्षण शिविर के संबंध में जानकारी देते हुए प्रशिक्षण प्रभारी नीति झा ने बताया कि एकदिवसीय कार्यक्रम में ग्रेटर त्रिवेणी पब्लिक स्कूल एवं टायनी टास्क के 60 शिक्षक- शिक्षिका उपस्थित हुए और प्रशिक्षण- शिविर काफी प्रभावी रहा।

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