गांव वाले गत माह ही उपायुक्त से कर चुके हैं प्लांट को उक्त स्थान से हटाने की मांग।
उपायुक्त के निर्देशानुसार एलआरडीसी और किस्को अंचलाधिकारी ने किया था उक्त स्थल का मुआयना।
डायमर प्लांट यहां के भोले-भाले ग्रामीणों को हर दिन मौत के मूंह में धकेलने का कार्य कर रही है, जिसका बढ़ चढ़कर विरोध किया जाएगा:अनिल कुमार भगत।
अनामिका भारती।लोहरदगा/किस्को:जिले के किस्को प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत बगड़ू में आनंद कंस्ट्रक्शन इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के संचालक राजेश कुमार अग्रवाल द्वारा डायमर प्लांट मशीन लगाई गई है,जो प्रतिदिन गांव के लोगों को मौत परोस रही है। यहां पर गांव वाले उक्त स्थान से डायमर मशीन प्लांट को दूसरे जगह सिफ्ट कराए जाने को लेकर उपायुक्त डॉ वाघमारे प्रसाद कृष्ण के समक्ष बीते दिसम्बर माह के 18 तारीख को लिखित आवेदन देकर मांग कर चुके हैं। इस बीच गांव वालों के आवेदन पर त्वरित कार्रवाई करते हुए उपायुक्त डॉ वाघमारे प्रसाद कृष्ण द्वारा जांच करने कर इसकी रिपोर्ट उपलब्ध कराए जाने हेतु खनन विभाग, एसडीओ को अग्रसारित किया गया था। तत्पश्चात उपायुक्त के निर्देशानुसार एलआरडीसी सुजाता कुजूर और किस्को अंचलाधिकारी अजय कुमार के द्वारा उक्त स्थल का मुआयना कर जांच पड़ताल भी किया गया था। ग्रामीणों के अनुसार मौके पर सीओ अजय कुमार द्वारा डायमर प्लांट संचालक को दूसरे जगह पर कार्य संचालन हेतु निर्देश दिया गया था, लेकिन लगभग एक महीने अब गुजरने वाली है और इसपर कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने से लोगों में दिन-ब-दिन आक्रोश बढ़ता जा रहा है। गांव वालों ने अंततः थक हार कर रविवार को एक बार फिर से एकजुट होकर डायमर प्लांट को दूसरे जगह सिफ्ट कराए जाने हेतु बैठक आयोजित कर रणनीति तैयार करते हुए आंदोलन की चेतावनी दे डाली। ग्रामीणों के बुलावे पर लोहरदगा विधानसभा के पूर्व विधायक स्वर्गीय कमल किशोर भगत के छोटे भाई झारखंड पीपुल्स पार्टी के केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष अनिल कुमार भगत बैठक में शामिल हुए। इस बीच झारखंड पीपुल्स पार्टी के केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष अनिल कुमार भगत ने कहा कि जनमानस के हित में अंतिम सांस चलने तक लड़ाई लड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि जनता की समस्यायों को दूर करने के उद्देश्य से ही राजनीति में कदम रखा हूं।
अनिल कुमार भगत ने कहा कि जनता की जायज मांगों को लेकर डायमर प्लांट को दूसरे जगह पर सिफ्ट कराए जाने हेतु हमारा समर्थन रहेगा। उन्होंने कहा कि बगड़ू में आनंद कंस्ट्रक्शन इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड द्वारा संचालित की जा रही डायमर प्लांट यहां के भोले-भाले ग्रामीणों को हर दिन मौत के मूंह में धकेलने का कार्य कर रही है, जिसका बढ़ चढ़कर विरोध किया जाएगा। अनिल कुमार भगत ने कहा कि जब-तक डायमर प्लांट का संचालन दूसरे जगह पर नहीं कराया जाता है तब तक इसका पूरजोर विरोध जारी रहेगा। वहीं गांव के समाजसेवी नंदू उरांव और महिला समाजसेवी उषा रानी लकड़ा ने कहा कि हमारी जायज मांगों पर पहल नहीं हुई तो बाध्य होकर आंदोलन को और भी धारदार किया जाएगा।
मुखिया रानी मिंज और पंचायत के अन्य जनप्रतिनिधियों व प्रधान को जनमानस की नहीं है चिंता- ग्रामीण।
बगड़ू के ग्रामीणों द्वारा आनंद कंस्ट्रक्शन इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड द्वारा संचालित डायमर प्लांट को हटाए जाने हेतु रविवार को आयोजित रणनीति बैठक में ग्रामीण पंचायत के मुखिया रानी मिंज और पंचायत समिति सदस्य सुनीता उरांव व अन्य जनप्रतिनिधियों को घेरते हुए कहा कि यहां के जनता पीड़ित हैं, लेकिन पंचायत के मुखिया रानी मिंज और पंचायत समिति सदस्य सुनीता उरांव व ग्राम प्रधान प्रकाश भगत को हमारी तनिक भी परवाह नहीं है। गांव वाले जनप्रतिनिधियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जनता ने जिस उम्मीद और भरोसे के साथ जिम्मेदारी सौंपी है उसपर मुखिया रानी मिंज और पंचायत समिति सदस्य सुनीता उरांव व ग्राम प्रधान प्रकाश भगत के अलावा अन्य जनप्रतिनिधिगण खरा नहीं उतर रहे हैं जो बड़ी विडंबना है।
डायमर प्लांट से ये परिवार वाले हो रहे हैं प्रभावित
।बगड़ू गांव में स्थापित डायमर प्लांट से निकलने वाले धुआं से बगड़ू निवासी दुर्गी उरांव, रामदेयाल उरांव, बिरसी उरांव, अनिल महतो, सुनील महतो, विकास गोप, मंगिया उरांव, जीतबाहन उरांव, खदिया उरांव, मंगलेश्वर उरांव, पिंकी उरांव, उषा देवी, चरवा उरांव, सोनामनी उरांव, राजकुमारी उरांव, उषा रानी लकड़ा, योगेन्द्र उरांव, बिसनी उरांव, डहरू उरांव समेत अन्य लोगों को काफी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है, बावजूद जनहित में किसी ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है, जिससे गांव वालों में आक्रोश पनपता जा रहा है।डायमर प्लांट को हटाए जाने हेतु आयोजित रणनीति बैठक में झारखंड पीपुल्स पार्टी के केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष अनिल कुमार भगत के अलावा समाजसेवी नंदू उरांव, महिला समाजसेवी उषा रानी लकड़ा, नरेंद्र उरांव, विनोद मिंज, विश्राम उरांव, राजकुमारी उराईन, मुनीता भगत, दुर्गी उरांव, बिनश देवी, कोशीला देवी, सोनामनी देवी, ज्योति कुमारी, सहमनी उरांव, झरियो उरांव, राजमुनी उरांव, मानती देवी, बिरसी देवी, मंगिया देवी, पुष्पा कच्छप, लक्ष्मी पन्ना, सरिता उरांव, हीरा भगत, सुशीला देवी, अंजली उरांव, धनकुंवईर उरांव, राखी भगत समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।