–अनामिका भारती।लोहरदगा:उप विकास आयुक्त दिलीप प्रताप सिंह शेखावत की अध्यक्षता में गुरुवार को बाल कल्याण समिति के कार्यों की त्रैमासिक समीक्षा एवं जिला बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति की बैठक जिला परिषद कार्यालय स्थित सभाकक्ष में आयोजित की गई। बैठक में जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी लोहरदगा द्वारा निर्धारित प्रपत्र के अनुसार बाल कल्याण समिति लोहरदगा में लंबित मामलों की जानकारी दी गई।
उप विकास आयुक्त लोहरदगा द्वारा स्पॉन्सरशिप, अनाथ बच्चों इत्यादि के संबंध में जानकारी ली गई एवं निर्देश दिया गया कि प्रावधानों के अनुसार लंबित मामलों को जल्द निष्पादित किया जाए।तत्पश्चात जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी, लोहरदगा द्वारा जिला बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति के संबंध में जानकारी दी गई कि यह बैठक जिले में बच्चों के सर्वोत्तम हित को ध्यान मे रखते हुए आपसी समन्वय के साथ कार्य करने हेतु आयोजित की गई है। जिला समाज कल्याण पदाधिकारी लोहरदगा द्वारा बताया गया कि संकटग्रस्त बालकों हेतु कार्य करने में अगर कोई कठिनाई हो रही हो तो इस बैठक के माध्यम से उसका समाधान किया जा सकता है। बैठक में उप विकास आयुक्त लोहरदगा द्वारा निर्देश दिया गया कि बाल कल्याण समिति के सदस्य एवं जिला बाल संरक्षण इकाई के कर्मियों द्वारा प्रोएक्टिव वर्क किया जाए। प्रखंड पंचायत में जाकर बाल मजदूरी, बाल विवाह, बाल शोषण इत्यादि हेतु जागरूकता कार्यक्रम करें तथा ऐसे मामलों को चिन्हित करें। संस्थागत देखरेख में रहने वाले बच्चों को परिवार में पुनर्वासित करने का काम किया जाए।

स्पॉन्सरशिप से आच्छादित बालको को चिन्हित कर अध्ययन किया जाए कि उन्हें प्राप्त हो रही प्रयोजन की राशि का सदुपयोग हो पा रहा है या नहीं। साथ ही एक समिति के गठन का निर्देश दिया गया जिसके माध्यम से संकटग्रस्त बच्चों का दस्तावेजीकरण की प्रक्रिया आसान हो। बैठक में डालसा सचिव राजेश कुमार, सिविल सर्जन डॉ शंभूनाथ चौधरी, पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सीता पुष्पा, नगर परिषद के मुख्य कार्य पदाधिकारी मुक्ति किड़ो, जिला कौशल विकास पदाधिकारी, बाल संरक्षण पदाधिकारी बीरेंद्र कुमार, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष एवं सभी सदस्य जिला बाल संरक्षण इकाई के कर्मी इत्यादि मौजूद थे।