सहजाद आलम महुआडांड़ महुआडांड़ प्रखंड में हर साल की भांति इस वर्ष भी धान कटाई के सीजन में जंगली हाथी का आवागमन शुरू हो गया है और हाथियों का रौद्र रुप देखने को मिल रहा है।पिछले वर्ष हाथी के आतंक से सोहर और नेतरहाट पंचायत के लोगों को काफी जान माल का नुक्सान हुआ था।गांव में धान की फसल सहित अन्य कई फसल को बर्बाद करने के साथ-साथ हाथियों के द्वारा कई घर भी ध्वस्त किया गया था

वहीं एक चार वर्षीय बच्चे की जान भी चली गई थी। वहीं शनिवार की रात को ग्राम कुरूद के नावाटोली में कामिल नामक व्यक्ति के घर को ध्वस्त कर घर में रखे जनवितरण से मिलने वाली राशन जो लगभग एक किंवटल के करीब था उसे चट कर लिया।जिससे घर में खाने पीने की समस्या उत्पन्न हो गई। वही अनुपा देवी पति निर्मल मुण्डा के खलिहान रखे धान को खा लिया जिसके बाद ग्राम कुरूंद के ही दिलीप कुमार के घर को ध्वस्त कर दिया।
जानकारी के उपरांत रेंजर तरूण कुमार सिंह अपनी टीम के साथ घटनास्थल पहुंचे और वहां का जायजा लिया।इस संबंध में वनपाल कुंवर गंझू ने बताया की टीम द्वारा नुकसान का आकलन कर उचित मुआवजा जल्द ही उपलब्ध कराया जाएगा।

वहीं साथियों के आतंक को देखते हुए वन विभाग के द्वारा वहां के ग्रामीणों को हाथी भगाने के लिए पटाखे वगैरह उपलब्ध कराया जा रहा है।