सहजाद आलम महुआडांड़ वैसे तो दवाईयां लोग आमतौर पर बीमार होने पर उपयोग करते हैं। लेकिन महुआडांड़ प्रखंड में कुछ लोग नशे के लिए भी कुछ विशेष तरह की दवाइयों का उपयोग कर रहे हैं। इसी आशंका से कुछ दवा को प्रतिबंधित भी किया गया है। लेकिन महुआडांड़ बस स्टैंड यात्री शेड के आसपास फैले हुए कचरो में प्रतिबंधित नशीली दवाइयां की बोतल इस बात की पुष्टि करती हैं कि प्रखंड में नशीली दावों का बिक्री अभी भी जारी है। इन दवा को बिना प्रिसक्रिप्शन दवा दुकानों में देना प्रतिबंधित है। लेकिन मेडिकल स्टोर अधिक मुनाफा कमाने की मंशा से इसका पालन नहीं कर रहे हैं। हालांकि इन दवाओं की बिक्री चोरी छुपे की जाती है। जिसकी जानकारी सिर्फ नियमित रूप से नशा करने वाले युवकों को ही होती है। दुकानदार भी नए चेहरे को ऐसी दवाएं नहीं बेचता। नशीली दावों के रूप में टैबलेट के अलावा Onerex नाम की दवा का उपयोग प्रखंड के युवा कर रहे हैं ।भारी संख्या में इसकी बोतले प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत बस स्टैंड लैंपस बरटोली सड़क के आसपास देखी जा सकती है। खासकर प्रखंड के युवा छात्र इन नशीली दवाओं के गिरफ्त में फंसते जा रहे हैं।
प्रतिबंधित नशीली दवाइयां की बोतल इस बात की पुष्टि करती हैं कि प्रखंड में नशीली दावों का बिक्री अभी भी जारी है। इन दवा को बिना प्रिसक्रिप्शन दवा दुकानों में देना प्रतिबंधित है।