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Homeकानूनरामनवमी और ईद को लेकर हुई जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक।

रामनवमी और ईद को लेकर हुई जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक।

सभी समितियों को शोभायात्रा के दौरान वॉलेंटियर्स तैनात रखने का दिया गया निर्देश।

यहां के लोग आपसी सद्भाव, शांति और भाईचारा के पक्षधर हैं,उसी सद्भाव के साथ मनाये त्योहार:वाघमारे प्रसाद कृष्ण।

अनामिका भारती।लोहरदगा:ईद-उल-फितर-2025 और रामनवमी-2025 को लेकर उपायुक्त डॉ वाघमारे प्रसाद कृष्ण की अध्यक्षता में जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक जिला परिषद कार्यालय स्थित सभाकक्ष में आयोजित की गई।बैठक में सभी प्रखण्डों से आये शांति समिति के सदस्यों द्वारा अपने-अपने प्रखण्ड क्षेत्र की समस्याओं से अवगत कराया गया।

उपायुक्त, लोहरदगा ने इस मौके पर कहा कि लोहरदगा जिले में पर्व-त्यौहार बीते वर्षों से काफी अनुशासित और सौहार्द्रपूर्ण तरीके से मनाया जा रहा है।

यहां के लोग आपसी सद्भाव, शांति और भाईचारा के पक्षधर हैं। ईद, चैती दुर्गा पूजा, श्रीरामनवमी का पर्व है। भगवान श्री राम का जन्म चैत माह में ही हुआ था। भगवान श्रीराम का जन्म मांगल्य और शांति का प्रतीक है।

ऐसे समय में जरूरी हो जाता है कि मंगलता की भावना को किसी प्रकार ठेस नहीं पहुंचे। सभी ओर प्रसन्नता का वातावरण हो। किसी के द्वारा किसी को भी चिढ़ाने का प्रयास नहीं हो। इस बात को बड़े बुजुर्ग युवाओं को बताएं और युवा अपने छोटे भाईयों को बताएं।

समस्याएं स्वतः समाप्त हो जाएंगीं।उपायुक्त ने कहा कि सभी समितियां अपने-अपने शोभायात्रा के दौरान वॉलेंटियर्स तैनात रखें। उनके पास उनका पहचान पत्र हो। वॉलेंटियर्स का मोबाईल नंबर जिला प्रशासन के साथ अवश्य साझा करें ताकि किसी भी समय संपर्क किया जा सके।गणेश विसर्जन में होता है पारंपरिक वाद्य यंत्रों का इस्तेमाल।

मुम्बई में गणेश पूजा के बाद जब उनकी प्रतिमा का विसर्जन किया जाता है तो उस शोभायात्रा में डीजे के स्थान पर पारंपरिक ढाल, ताशों का इस्तेमाल संगीत के लिए होता है। इसी प्रकार का लोहरदगा जिला में भी परंपरा रखी जाय और ढोल, मांदर, नगाड़े आदि का इस्तेमाल हो।

जिससे ऐसे माहौल तैयार हो कि सभी भक्ति में झूमने का मजबूर हो जाएं। इससे परंपरागत वाद्ययंत्र बजानेवालों को भी रोजगार मिल सकेगा। बेहतर वाद्य यंत्रों का इस्तेमाल व प्रदर्शन करनेवालों को सम्मानित किया जाएगा। डीजे का नहीं हो इस्तेमाल।डीजे का इस्तेमाल श्रीरामनवमी की शोभायात्रा में नहीं किया जाए। इससे वाहनों पर अत्यधिक संख्या में साउण्ड सिस्टम बांध दिये जाते हैं जिससे उसके उलटने का खतरा बना रहता है।

अगर डीजे का इस्तेमाल कर भी लेते हैं तो रात्रि 10 बजे के बाद किसी भी परिस्थिति में उसे नहीं बजाया जाना चाहिए। माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार रात्रि 10 बजे के बाद डीजे का इस्तेमाल पर प्रतिबंध है।

डीजे पर सिर्फ भक्ति आधारित ही गाना पेन ड्राईव के माध्यम से बजाया जाए। मोबाईल को कनेक्ट का किसी भी परिस्थिति में गाना नहीं बजाया जाएगा।उपायुक्त ने कहा कि श्री रामनवमी भगवान विष्णु के अवतार रहे श्रीराम के धरती पर अवतरित होने का समय है। इसे हम धूमधाम और सौहार्द्र के साथ मनाएं।सभी का सम्मान करें और हर्षोल्लास के साथ मनाएं पर्व-त्योहार : पुलिस अधीक्षकपुलिस अधीक्षक हारिस बिन जमां ने कहा कि लोग एक-दूसरे का सम्मान करें और हर्षोल्लास के साथ पर्व-त्योहार मनाएं। अपने माता-पिता के बताये अच्छी सीख को याद करें व उसका पालन करें। अगर आपके सामनेवाले से कोई छोटी-मोटी गलती हो जाती है तो उसे नजरअंदाज करें।

आगामी सप्ताह में ईद, सरहुल, चैती दुर्गा पूजा, छठ व रामनवमी है। हम सभी इन पव-त्यौहारों को अच्छे माहौल में मनाने की तैयारी करें। त्योहार की मूल-भावना का ख्याल रखा जाए।पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जिन अखाड़ों को शोभायात्रा निकालनी है वे सभी अखाड़े अपना लाइसेंस प्राप्त कर लें। शोभायात्राओं में डीजे का इस्तेमाल नहीं करें।

जो अपनी शोभायात्राओं में डीजे का इस्तेमाल नहीं करेंगे उन्हें जिला प्रशासन की ओर से सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा अनुशासित अखाड़ों और जिला प्रशासन के दिये हुए दिशा-निर्देशों का पालन करनेवाले अखाड़ों को भी सम्मानित किया जाएगा।सुरक्षा के दृष्टिकोण से पेट्रोलिंग लगातार जारी रहेगी। राज्य मुख्यालय से पर्याप्त संख्या में पुलिस बल व पारा मिलिट्री फोर्स उपलब्ध हो चुकी है।

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फ्लैग मार्च शुरू किया जाएगा। पुलिस अधीक्षक ने प्रखण्डवार समस्याओं की समीक्षा कर उन्हें दूर करने के प्रयास का आश्वासन दिया।आपसी समन्वय को बेहतर बनाने के लिए यह बैठक : उप विकास आयुक्त।उप विकास आयुक्त दिलीप प्रताप सिहं शेखावत ने कहा कि सभी समुदाय के आपसी समन्वय को बेहतर बनाने के लिए शांति समिति की बैठक आयोजित की जाती है। लोहरदगा जिला पर्व-त्योहारों को शांति व साहार्द्रपूर्ण माहौल में मनाने के लिए जाना जाता रहा है।

हम आनेवाले पर्व-त्योहारों में भी ऐसी मिसाल पेश करें। कोई भी अखाड़ा अपने शोभा यात्रा में भड़काउ गाने का इस्तेमाल नहीं करेंगे। अनुशासन के साथ सभी अपनी जिम्मेवारी समाज के प्रति निभाएं। कहीं अवैध रूप से अगर शराब बेची जा रही है तो उसकी सूचना अवश्य दें।बैठक में अपर समाहर्ता जितेंद्र मुण्डा, आइटीडीए परियोजना निदेशक सुषमा नीलम सोरेंग, अनुमण्डल पदाधिकारी अमित कुमार समेत सभी कार्यपालक दण्डाधिकारी, सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, सभी अंचल अधिकारी व शांति समिति के सदस्य उपस्थित थे।

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